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जनवरी, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

मेघदूत में ‘राम की शक्तिपूजा’

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कथक नृत्यांगना प्रतिभा सिंह निर्देशित प्रस्तुति ‘राम की शक्तिपूजा’ में सबसे ज्यादा जो चीज दिखती है वो है मनोयोग। उनके नाट्यग्रुप ‘कलामंडली’ में शास्त्र-निपुण कलाकारों से लेकर दिल्ली की कठपुतली कालोनी के उजाड़ दिए गए परिवारों के प्रशिक्षु युवा तक शामिल हैं। करीब 45 कलाकारों की इस प्रस्तुति में कई बड़े पैमाने की दृश्य योजनाएँ शामिल थीं। शक्तिरूपा देवी दुर्गा यहाँ एक विशाल पुतुल आकृति के तौर पर मौजूद हैं। देवी के वाहन को दर्शाने  के लिए एक व्यक्ति एक लाठी के मुहाने पर बँधे शेर के सिर को लिए आगे-आगे चलता है। इसी तरह राम, रावण और हनुमान बने पात्रों का वैभव अपने मेकअप में देखने लायक है। वानर सेना या कोरस के तौर पर माइम वेशधारी समूह है, जिसमें अपना मुखौटा पकड़े जामवंत भी शामिल हैं। इसके अलावा बीच-बीच में कुछेक स्थितियों को कथक के टुकड़ों में भी भावाभिव्यक्त किया गया है। प्रस्तुति में निराला की दुरूह कविता के लाइव वाचन जैसे मुश्किल काम को भी अंजाम दिया गया है, जिसके डिजाइन में चंद तात्कालिक त्रुटियों के बावजूद भाव वैविध्य का अच्छा लालित्य है। इसके लिए सुमन कुमार, विजय सिंह और योगेश पांडेय क

विकास बाहरी की 'खिड़की'

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विकास बाहरी के नाटक ‘खिड़की’ में कथानक के भीतर घुसकर उसकी पर्तें बनाने और खोलने की एक युक्ति है। यह मंच पर मौजूद मुख्य पात्र के भ्रम और यथार्थ का एक खेल है, जिसमें दर्शक फँसा रहता है। यह पात्र एक लेखक है, जो अपनी खिड़की से सामने की खिड़की में मोबाइल पर बात करती एक लड़की को देखता है। ऐन इसी वक्त अपने फटेहाल हालात से जूझते हुए वह एक कहानी की तलाश भी कर रहा है। मोबाइल पर बात करती लड़की के चेहरे के बदलते भावों से वह एक कहानी बनाता है। कमा ल की बात है कि यह कहानी अपने पात्रों के रखे गए नामों सहित पूरी सही साबित होती है।  सिर्फ दो पात्रों के एक घंटे के नाटक में दूसरी पात्र खिड़की वाली लड़की है। प्रस्तुति में बयान की नाटकीयता है, और साथ ही आशय की एक दिशा भी। विकास बाहरी में चीजों को फ्रेम के भीतर ही बरतने की अच्छी आदत है। वरना थोड़ी सी ढील से मानव कौल के नाटकों की तरह यह प्रस्तुति भी साहित्यिक शब्दों का गट्ठर बन सकती थी। रंगमंचीय वक्रता साहित्यिक जुमले से अलग चीज होती है, इस बात की समझ इस प्रस्तुति में है, जो कि अपने यहाँ कम ही दिखाई देती है। स्थितियों के ट्रीटमेंट में भी दृश्य काफी ठीक