tag:blogger.com,1999:blog-7905822248566090867.post1280720776104393643..comments2023-09-10T08:26:13.124-07:00Comments on कदाचित: एक जैसा एशियासंगम पांडेयhttp://www.blogger.com/profile/03907266954456152692noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7905822248566090867.post-23818062579569824422014-09-30T03:11:43.498-07:002014-09-30T03:11:43.498-07:00ईरानी नाटक की अज़रबैजान में मंचीय प्रस्तुति के बारे...ईरानी नाटक की अज़रबैजान में मंचीय प्रस्तुति के बारे में पढ़ कर अच्छा लगा. यह कहना उचित है कि तमाम एशियाई देशों की संस्कृति, परम्परा और रूढ़ियाँ अक्सर समरूप दिखाई देती हैं. तभी ओ कई रचनाओं का असर सार्वभौम पाया जाता है. धन्यवाद. Rajnish Mangahttps://www.blogger.com/profile/00711255305618341337noreply@blogger.com